वाराणसीः पीएम मोदी के जनसंपर्क कार्यालय के गेट पर जान देने की कोशिश
वाराणसी के रवीन्द्रपुरी में स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनसंपर्क कार्यालय के गेट पर शुक्रवार को एक युवक ने जहर पीकर जान देने की कोशिश की। लोहता क्षेत्र के बखरिया गांव का रहने वाला अनुराग सिंह थाना-पुलिस व प्रशासन के अफसरों के दफ्तर का चक्कर काटने, सीएम-पीएम के नाम ज्ञापन सौंपने के बाद भी सुनवाई न होने से क्षुब्ध था। कार्यालय पर उपस्थित पुलिसकर्मियों ने अनुराग बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है।
अनुराग अपने दो बेटों गोलू और छोटेश्वर के साथ अपने नाना शोभनाथ के घर रहता है। उसकी पत्नी की कुछ दिनों पहले मौत हो चुकी है। पत्नी की मौत को संदिग्ध मानते हुए अनुराग ने उसकी जांच की मांग कर रखी है। पीएम मोदी के कार्यालय में दिये गए पत्रक के अनुसार नाना ने रोजगार के लिए अनुराग को 80 हजार रुपये दिये थे। उसने ट्रैक्टर खरीदने के लिए हरहुआ में एजेंसी मैनेजर को रुपये दिये। लेकिन ट्रैक्टर नहीं मिला औऱ मैनेजर ने रुपये भी नहीं लौटाए।
पत्रक के अनुसार पत्नी की मौत की जांच और ट्रैक्टर मैनेजर से रुपये वापस कराने के लिए एक साल से थाने का चक्कर काट रहा है। पीएम, सीएम के नाम ज्ञापन सौंप चुका है। आरोप है कि एक सप्ताह पहले रुपये मांगने पर मैनेजर ने उसे पीटा। साथ ही, चार पहिया गाड़ी उसके पैर पर चढ़ा दी। यह शिकायत भी लेकर वह पीएम के जनसंपर्क कार्यालय पहुंचा था पर सुनवाई नहीं हुई।
शुक्रवार को वह दोनों बेटे और नानी ब्रजबाला के साथ कार्यालय आया था। कार्यालय प्रभारी शिवशरण पाठक को पत्रक सौंपने के बाद भी समस्या का समाधान न होता देख गेट पर पहुंचा। वहां जेब से जहर की शीशी निकाली और पी लिया। स्वास्थ्य विभाग से रिटायर शोभनाथ की तीन बेटियों में से सबसे बड़ी चंद्रप्रभा मिर्जामुराद के दुधवा में ब्याही है। चंद्रप्रभा का छोटा बेटा अनुराग बचपन से ही यहीं रहता है। अनुराग की नानी के मुताबिक अपनी पत्नी की मौत के बाद वह मानसिक रूप से बीमार दिखने लगा।